Wednesday, February 12, 2025

यूपी में पाकिस्तानी महिला बन गई सरकारी टीचर, 9 साल तक की नौकरी, पोल खुली तो मचा हड़कंप



बरेली में एक पाकिस्तानी महिला ने फर्जी निवास प्रमाण पत्र से 9 साल तक सरकारी स्कूल में शिक्षिका की नौकरी की। गोपनीय शिकायत के बाद जांच में मामला खुलने पर उसे बर्खास्त कर मुकदमा दर्ज किया गया है।


बरेली =  बेसिक शिक्षा विभाग में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक महिला, जो पाकिस्तान की नागरिक है, फर्जी दस्तावेज सहारे सरकारी स्कूल में सहायक अध्यापक की नौकरी हासिल कर ली। जांच में यह खुलासा होने के बाद, शिक्षा विभाग ने उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और उसके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया गया। यह मामला शिक्षा क्षेत्र में फर्जी दस्तावेजों के जरिए नौकरी पाने के गंभीर पहलू को उजागर करता है।


शुमायला खान जो प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत थीं। जांच में पता चला कि उन्होंने नौकरी पाने के लिए जो निवास प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज प्रस्तुत किए थे, वे कूटरचित थे। शुमायला ने निवास प्रमाण पत्र एसडीएम कार्यालय, सदर, रामपुर से बनवाया था। जब इस दस्तावेज की गहराई से जांच की गई, तो पाया गया कि यह पूरी तरह फर्जी था।


शुमायला खान की नियुक्ति 2015 में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बरेली द्वारा की गई थी। उन्होंने अपनी नियुक्ति जरूरी दस्तावेज जमा किए, जिनमें से निवास प्रमाण पत्र सबसे महत्वपूर्ण था। जांच दौरान, तहसीलदार सदर, रामपुर की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि शुमायला ने फर्जी जानकारी देकर यह प्रमाण पत्र बनवाया था।


ऐसे हासिल कर लिया फर्जी प्रमाण पत्र

तहसीलदार की रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा गया कि शुमायला खान ने निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए गलत तथ्यों का सहारा लिया। उनकी असलियत सामने आने के बाद, प्रमाण पत्र को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया। इसके बाद जिला शिक्षा विभाग ने भी उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। शिक्षा विभाग ने इस पूरे प्रकरण की गहन जांच के लिए शुमायला से कई बार स्पष्टीकरण मांगा। हर बार उनके द्वारा प्रस्तुत जानकारी और दस्तावेजों की जांच में फर्जीवाड़ा साबित हुआ।


भारतीय होने का किया फर्जी दावा

शुमायला खान ने अपनी पाकिस्तानी नागरिकता को छिपाकर और भारतीय निवासी होने का फर्जी दावा करके यह नौकरी हासिल की थी। शिक्षा विभाग ने 3 अक्टूबर 2024 को शुमायला खान को सहायक अध्यापक के पद से निलंबित कर दिया। इसके बाद उन्हें नियुक्ति की तारीख से पद से हटाने का आदेश भी जारी किया गया।


गिरफ्तारी की तैयारी

फतेहगंज पश्चिमी के खंड शिक्षा अधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के आदेश पर शुमायला के खिलाफ फतेहगंज पश्चिमी थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब शुमायला की गिरफ्तारी की तैयारी कर रही है।


सरकारी सिस्टम को बड़ा धोखा

शिक्षा क्षेत्र में फर्जी दस्तावेजों के जरिए नौकरी हासिल करने का यह मामला काफी गंभीर है। शुमायला खान पर यह आरोप है कि उन्होंने भारतीय नागरिक होने का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया और सरकारी नौकरी हासिल कर ली। यह घटना न केवल प्रशासनिक प्रक्रिया में खामियों को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर सरकारी सिस्टम को धोखा दिया जा सकता है।


जांच में पाकिस्तानी निकली महिला

निवास प्रमाण पत्र, जो कि किसी भी सरकारी नौकरी के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है, शुमायला ने फर्जी तरीके से बनवाया था। तहसीलदार सदर, रामपुर की रिपोर्ट में कहा गया कि यह प्रमाण पत्र न केवल गलत है, बल्कि इसे बनवाने के लिए तथ्यों को छुपाया गया था। शुमायला ने यह दावा किया था कि वह भारतीय नागरिक हैं और रामपुर में रहती हैं। लेकिन जांच में पता चला कि वह वास्तव में पाकिस्तान की नागरिक हैं और उनकी जानकारी झूठी है। शिक्षा विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शुमायला को निलंबित कर दिया और उनकी नियुक्ति को रद्द कर दिया। शिक्षा विभाग का कहना है कि अब इस तरह के मामलों को रोकने के लिए नियुक्ति प्रक्रिया को और कड़ा किया जाएगा।

यूपी महिला आयोग का बड़ा फरमान, प्रधान और नगरपालिका प्रमुखों के पति बैठक में दिखे तो खैर नहीं




उत्तर प्रदेश में उस वक्त खलबली मच गई, जब राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान का एक निर्देश जारी हुआ. जिसके मुताबिक, अब किसी भी सरकारी बैठक में महिला जनप्रतिधि के पति या किसी संबंधी को बैठने की इजाजत नहीं है. दरअसल, यूपी में नारी को सशक्त बनाने पर फोकस किया जा रहा है. हर क्षेत्र में नारी शक्ति को सक्षम बनाने के लिए हर संभावना को भी टटोला जा रहा है. ऐसे में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने जो निर्देश दिए हैं, उससे अलग ही सवाल उठने लगे हैं. 


अधिकारियों को सख्त निर्देश

उधर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने जनसुनवाई के दौरान अधिकारियों को सख्ती से निर्देश दिए हैं. उनका कहना है कि अगर महिला जनप्रतिनिधि को जानकारी का अभाव है तो उन्हें जानकारी दी जाए. बिना उनकी जानकारी के किसी भी दस्तावेज पर साइन ना करें. जानकारी के मुताबिक, नवीन सर्किट हाउस के सभागार में राज्य महिला आयोग की जनसुनवाई की गई. उनका कहना है कि महिला जनप्रतिनिधि को कार्य प्रणाली की समझ के लिए वर्कशॉप का आयोजन किया जाए.


सगे-संबंधी को बैठने की अनुमति नहीं

इस बैठक में आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान का कहना है कि जब भी बैठक होगी तो खुद महिला जनप्रतिनिधि को शामिल होना होगा. आपको बता दें, जिले में 280 ग्राम प्रधान महिलाएं हैं. अक्सर किसी न किसी महिला प्रधान के पति या कोई संबंधी बैठक में शामिल हो जाते हैं, लेकिन अब किसी सरकारी बैठक में कोई महिला प्रधान की जगह उनके पति या किसी संबंधी को बैठने की अनुमति नहीं होगी.



कार्य प्रणाली की समझ 

रिपोर्ट्स की मानें तो सरकारी बैठक में महिला जनप्रतिनिधि के पति या कोई संबंधी न शामिल हों, इसकी समीक्षा अधिकारी को खुद करना होगा. निर्देश में कहा गया है कि अगर महिला जनप्रतिनिधि को कार्य योजना की जानकारी, कार्य की नियमावली की जानकारी नहीं है तो महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाए. इसके लिए स्पेशल सेमिनार या वर्कशॉप आयोजित किया जाएगा. जिससे कार्यों की प्रणाली की समझ महिला जनप्रतिनिधि में विकसित की जा सके.


कौन हैं बबीता चौहान?

बबीता चौहान खेरागढ़ से जिला पंचायत सदस्य बनीं थी. जिला पंचायत चुनाव में ठाकुर बहुल्य क्षेत्र खेरागढ़ के वार्ड 31 से वे सदस्य बनीं. पार्टी की मंशा के अनुरूप उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए डॉ. मंजू भदौरिया को समर्थन दिया. जिला पंचायत सदस्य बनने के बाद से ठाकुर बहुल्य क्षेत्र खेरागढ़ में उनकी सक्रियता बढ़ गई. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान में सक्रियता निभाने के साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव 2022 में टूंडला विधान सभा क्षेत्र प्रभारी के रूप में कार्य किया. 2023 में शिकोहाबाद नगर पालिका चुनाव में प्रभारी रहीं. 


महिला मोर्चा में सक्रिय भूमिका

पार्टी ने उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी, वो निभाती गईं. महिला मोर्चा में भी उनकी सक्रिय भूमिका रही. महिला जनप्रतिनिधि को जनता चुनती है, लेकिन महिला जनप्रतिनिधि के अपने ही वित्तीय हेराफेरी कर देते हैं. पहले कई बार बड़े-बड़े घोटाले भी इस वजह से हुए हैं. इस कार्यशैली पर विराम लगाने के लिए यह अहम कदम होगा

Tuesday, February 11, 2025

दिल्ली में सीएम का चेहरा हो सकती हैं रेखा गुप्ता, जानें कौन-कौन हैं रेस में


A P CHAUHAN 

DELHI NEWS : दिल्ली विधानसभा जीतने के बाद भाजपा 27 सालों के बाद सरकार बनाने वाली है. दिल्ली में सीएम का चेहरा के रूप में रेखा गुप्ता का भी नाम सामने आ रहा है. रेखा गुप्ता वैश्य समाज से हैं. वैश्य समाज को प्रभावित करने के लिए रेखा गुप्ता को पार्टी मौका दे सकती है. इसके अलावा भी कई नामों पर चर्चा हो रही है.

चार महिलाएं पहुंची हैं विधानसभा

इस बार रेखा गुप्ता के अलावा शिखा राय, पूनम शर्मा और नीलम पहलवान भी विधानसभा पहुंची हैं. रेखा गुप्ता फिलहाल भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और शालीमार बाग से विधायक चुनी गई हैं. दूसरी महिला विधायक का नाम शिखा राय है. शिखा ने आप के सौरभ भारद्वाज को हराया है. स्मृति ईरानी का भी नाम सामने आ रहा है. वह भी एक मजबूत दावेदार के रूप में हैं. नीमल पहलवान ने एक लाख से भी ज्यादा अंतर से अनजफगढ़ विधानसभा सीट जीती हैं. सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज और पूनम शर्मा भी लिस्ट में शामिल हैं.

प्रवेश वर्मा भी हो सकते हैं सीएम

अरविंद केजरीवाल को हराने वाले भाजपा के प्रवेश वर्मा भी दिल्ली के सीएम हो सकते हैं. उनका नाम ज्यादा ही चर्चा में है. प्रवेश वर्मा स्व. साहेब सिंह वर्मा के बेटे हैं. इसके अलावा भी कई नेता रेस में हैं.

Sunday, February 9, 2025

एंटीऑक्सीडेंट पावरहाउस: डंडेलियन जड़ें एंटीऑक्सीडेंट

 Dandelion Roots Could Transform the Rubber Industry - inChemistry

    लीवर स्वास्थ्य: पारंपरिक चिकित्सा में सदियों से डंडेलियन जड़ों का उपयोग उनके लीवर को साफ करने की क्षमता के लिए किया जाता रहा है। वे पित्त उत्पादन को उत्तेजित करते हैं, पाचन को सुगम बनाते हैं और विषहरण में सहायता करते हैं। इसके अलावा, उनके मूत्रवर्धक गुण शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायता करते हैं।
    पाचन सहायक: डेंडिलियन जड़ की चाय पेट की ख़राबी से राहत दिला सकती है और कब्ज को कम कर सकती है, संतुलित आंत माइक्रोबायोम का पोषण करके स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देती है।
    एंटीऑक्सीडेंट पावरहाउस: डंडेलियन जड़ें एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं, जिनमें बीटा-कैरोटीन और पॉलीफेनोल शामिल हैं, जो मुक्त कणों से लड़ते हैं, पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करते हैं और समग्र कल्याण को बढ़ावा देते हैं।
    सूजनरोधी प्रभाव: जड़ों में सूजनरोधी गुणों वाले यौगिक होते हैं जो गठिया जैसी सूजन संबंधी स्थितियों से जुड़े लक्षणों को कम कर सकते हैं।
    संभावित कैंसर की रोकथाम: उभरते अनुसंधान से पता चलता है कि सिंहपर्णी जड़ के अर्क में कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने की क्षमता है, जो एक पूरक चिकित्सा के रूप में आशाजनक है।

डेंडिलियन जड़ों के साथ पाककला का रोमांच

अपने औषधीय गुणों के अलावा, सिंहपर्णी की जड़ें विभिन्न पाककला निर्माणों में भी उपयोगी हैं। इन्हें अपने पाककला में शामिल करने के कुछ अभिनव तरीके यहां दिए गए हैं:

    भुनी हुई डेंडिलियन जड़ कॉफी: भुनी हुई डेंडिलियन जड़ को पीसकर और पीसा जा सकता है, जिससे कैफीन रहित पेय तैयार किया जा सकता है, जो कॉफी की याद दिलाता है, तथा स्वाद और सुगंध से भरपूर होता है।
    डेंडिलियन रूट चिप्स: नाजुक ढंग से कटी हुई डेंडिलियन जड़ों को भूनकर या तलकर कुरकुरा बनाया जा सकता है, जो पारंपरिक आलू चिप्स का एक पौष्टिक विकल्प है।
    डंडेलियन रूट सूप: उबली हुई या उबाली हुई डंडेलियन जड़ें सूप और स्ट्यू के लिए एक स्वादिष्ट अतिरिक्त होती हैं, तथा एक सूक्ष्म मिट्टी की सुगंध प्रदान करती हैं।
    डंडेलियन रूट सलाद: अपने साग में विशिष्ट बनावट और स्वाद लाने के लिए उबली हुई या ब्लांच की हुई डंडेलियन जड़ों को सलाद में शामिल करें।

Embracing Nature's Resilient Herb, Dandelion Root | Learn More
जबकि सिंहपर्णी को अक्सर केवल खरपतवार के रूप में खारिज किया जा सकता है, उनकी जड़ों में लाभों का एक छिपा हुआ खजाना छिपा होता है। ये साधारण भूमिगत रत्न स्वास्थ्य लाभ, पाक बहुमुखी प्रतिभा और यहां तक ​​कि विभिन्न बीमारियों के लिए संभावित उपचार का खजाना प्रदान करते हैं। जब हम इन लचीले पौधों के बारे में अपनी धारणा का पुनर्मूल्यांकन करते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि सिंहपर्णी की जड़ें वास्तव में समीकरण का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो हमें बेहतर स्वास्थ्य और स्वादिष्ट व्यंजनों के अवसर प्रदान करती हैं। अगली बार जब आप अपने यार्ड में सिंहपर्णी देखें, तो सतह के नीचे छिपे चमत्कारों की सराहना करने के लिए रुकें।

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वनतारा गुजरात के जामनगर स्थित दुनिया का सबसे बड़ा पशु बचाव, पुनर्वास और संरक्षण केंद्र

 वनतारा गुजरात के जामनगर स्थित लगभग तीन हजार पांच सौ एकड़ का दुनिया का सबसे बड़ा पशु बचाव, पुनर्वास और संरक्षण केंद्र है। इसका प्रबंधन उद्यो...